कोरोना वायरस: दिल्ली के निजामुद्दीन से तब्लीगी जमात से लौटे लोगों को किया गया होम क्वारंटीन
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण मिलने से देश में हड़कंप मच गया है। यहां शामिल लोग विदेशों और देश के कई राज्यों से आए थे। इसके बाद यहां से बहुत से लोग अपने राज्यों को वापस लौट गए थे। पूर्वांचल में भी कई लोग वापस आए हैं। प्रशासन ऐसे लोगों की पहचान कर रहा है। जिनकी पहचान हो गई है उनको होम क्वारंटीन किया गया है।
 

दिल्ली में आयोजित धार्मिक जलसे में शामिल बनारस के 5 लोगों की दिल्ली में थर्मल स्क्रीनिंग कर सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। इधर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमें इनके घर पहुंची और परिजनों से बातचीत कर जानकारी ली। जिले के मदनपुरा, रामनगर, चौबेपुर के जो लोग जलसे में शामिल होने गए थे उनके परिजनों की थर्मल स्क्रीनिंग कर होम क्वारंटी रहने को कहा गया है।

भदोही :
तब्लीगी जमात में शिरकत कर भदोही जिले की एक मस्जिद के गेस्ट हाउस से 11 बांग्लादेशियों समेत 14 लोग पकड़े गए हैं। इन्होंने इस बारे में उलेमा को कोई सूचना नहीं दी थी। ये लोग 28 दिनों से यहां ठहरे हुए थे। इस मामले में पुलिस ने गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही ऐसे और लोगों की तलाश की जा रही है। सभी 14 लोगों को उसी गेस्ट हाउस में क्वारंटीन कर दिया गया है। उधर जलसे में शामिल होने वालों में भदोही के जिस शख्स का नाम लिया जा रहा है, वह अभी तक भदोही नहीं पहुंचा है। उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है, उसकी खोज में खुफिया एजेंसियां लगी हैं।

 


जौनपुर :
जिले में भी निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात से लौटने वाले 12 जमाती खेतासराय के मानीकला गांव में मिले हैं। अलग-अलग जिलों के यह जमाती 17 मार्च से यहां रह रहे थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते वह घर नहीं जा सके। स्वास्थ्य परीक्षण कराकर सभी को शाहगंज के सर सैयद कॉलेज में बने आश्रय स्थल में 14 दिन के क्वारंटीन में रखा गया है।

इसके पहले मंगलवार को जौनपुर में मिले 34 और बदलापुर से मिले 7 जमाती को भी अलग-अलग स्थानों पर क्वारंटीन में रखकर प्रशासन निगरानी कर रहा है। प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण में सभी की तबीयत सामान्य मिली है। उधर, मंगलवार को लाल दरवाजा मस्जिद के पास से पकड़े गए 14 बांग्लादेशी सहित 16 लोगों पर केस दर्ज करने के बाद शिया कॉलेज परिसर में क्वारंटीन में रखकर निगरानी की जा रही है।